Tuesday, January 27, 2015

ग्रहों को अपने अनुकूल बनाये


ग्रहों को अपने अनुकूल बनाये 

सूर्य

सूर्य : सूर्य ग्रह पिता का प्रतिनिधित्व करता है।
पिता की आज्ञाओं का पालन करें और उनमें
ईश्वरीय अंश के दर्शन करें आपके
सभी काम बनें...गे। पिता का पूजन करने से काम राम में
बदलेगा, अहंकार प्रेम में बदलेगा एवं पिता के
आशीर्वाद से मंगल होगा।

चंद्रमा


 चंद्रमा : चंद्रमा माता का प्रतिनिधित्व करता है। इस ग्रह
की सौम्यता के कारण इसे माता कहा जाता है
तो प्रतिदिन प्रातःकाल उठकर सबसे पहले
मां का आशीर्वाद लें। ईश्वर का आशीर्वाद
फलित होने में वक्त लग सकता है लेकिन
माता का आशीर्वाद तुरंत असर दिखाता है।

 मंगल


मंगल : मंगल ग्रह भाइयों का प्रतिनिधित्व करता है। बड़े भाई से
आशीर्वाद ग्रहण करें और छोटे को लाड प्यार करें।
अगर आपके भाई खुश रहेंगे तो जीवन में
आपको लगातार सफलता मिलती रहेगी।
सामाजिक और राजनितिक मंच पर भी आपका नाम
सम्मान और आदर से लिया जाएगा।

 बुध


बुध : बुध ग्रह कन्या, मौसी, बहन, बुआ
का प्रतिनिधित्व करता है। इन्हें नाराज न करें एवं इनसे अच्छे
संबंध स्थापित करें। माथे पर केसर का तिलक लगाएं और स्वर्ण
धारण करें।

 गुरु


गुरु : गुरु ग्रह ब्राह्मण अथवा बुजुर्गों का प्रतिनिधित्व
करता है। रोजाना ब्राह्मण
अथवा बुजुर्गों का आशीर्वाद लेने से हमें प्रगति के
पथ पर आगे बढ़ने में मदद तो करता ही है, हमारे
ऊपर आए संकट भी टाल देता है।

 शुक्र


शुक्र : शुक्र को स्त्री ग्रह माना जाता है।
पति अपने व्यवहार से
कितनी भी बुरी परिस्थियतियों में
हो समझदारी से काम लें।
पत्नी को हमेशा खुश रखें। पति अधूरा है
पत्नी के बिना, पत्नी और पति के
बीच स्थिर संबंध होने चाहिए।

 शनि


शनि : शनि देव गरिबों से अत्यधिक प्रेम करते हैं अत
उनकी कृपा प्राप्ति के लिए घर के नौकरों को खुश रखें।
शनिवार के दिन शनि संबंधित दान की वस्तुएं दान करते
रहें।
राहु / केतु

राहु / केतु : राहु या केतु की कृपा प्राप्त करने के
लिए रोजाना गरीब या अंगहीन
लोगों की सेवा करें।
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