Saturday, August 29, 2015

सरीर केसा होता है यह भी कुंडली बताती है


सरीर केसा होता है यह भी कुंडली बताती है

सरीर केसा होता है यह भी कुंडली बताती है-lord-shiva-om-jyotish

श्री हरी जय सिया राम
आज बात करते है सरीर केसा होता है यह भी कुंडली बताती है सबसे पहले राशियो का जाने उनका तत्व क्या है जल राशि 4 _2_7 जल राशि है अग्नि राशि _ 5_1_8 अग्नि राशि है पृथ्वी राशि 3-6-राशि है आकाश राशि 9 _12 राशि है और वायु राशि 10 और 11 यह राशि के तत्व हो गए अब कुंडली में जो भाव वो भी समझो 1_5_9 अग्नि तत्व है 2_6_10आकास तत्व है 3_7_11वायु तत्व है 4_8_12जल तत्व है जिस राशि में शुक्र चंद्रमा उच्च के हो वो भी जल राशि होती है मीन भी जल राशि में आती है
अब देखो लगन में जल राशि हो और उसमे जल ग्रह हो तो सरीर मोटा होता है जेसे लग्न में शुक्र
2= लगन और लाग्नेस दोनों ही जल राशि या जल भाव में हो तो सरीर स्थूल होगा 

3= अब अग्नि राशि लगन में हो उसमे अग्नि ग्रह हो तो सरीर बाली होगा देखने में वो दुबला होगा 

4= वायु राशि लगन में हो वायु ग्रह हो तो दुबला होगा पर तेज़ बुद्धि वाला होगा 

5=लग्न पृथ्वी राशि हो पृथ्वी ग्रह हो तो लाग्नेस भी पृथ्वी राशि में हो तो सरीर स्थूल होता है मध्यम कद होता है 

6 = लग्न पृथ्वी राशि का हो उसमे पृथ्वी ग्रह हो तो मनुस्य छोटे कद का होता है 

7= लगन में सुभ ग्रहो की दृस्टि होगी तो जातक सूंदर होगा लग्न में पाप ग्रहो की दृस्टि होगी तो सुंदरता में कमी होगी 2 भाव में सुभ ग्रह होने से जातक सूंदर होता है लग्न में गुरु जातक को 35_40 की उम्र में वो बुड्डा लगने लगता है दांत भी गिर जाते है शुक्र का सुभ होना भी मोटा बना देता है गुरु का पाप राशि पाप ग्रहो में होना नीच होना मोटा बनाता है सूंदरता में कमी करता है क्योंकि चर्बी गुरु के कारन ही बढ़ती है वो चर्बी का कारक है राम राम जय मस्ता दी 
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